1. अंगार बरसना = कड़ी धूप पड़ना।


 2. अंग भरना = जवानी के लक्षण दिखाई पड़ना। प्रयोग - पन्द्रह वर्ष के बाद कन्याओं के अंग भरने लगते हैं।

 3. अंगारों पर पैर रखना = संकट उठानाप्रयोग राणा प्रताप ने अंगारों पर पैर रखकर अकबर से लोहा लिया था।

 4. अंतर करना = खत्म करना। प्रयोग --बार कभी - कभी निरस्तीकरण का अंतर कर देते हैं। 

5. अंन्त पाना = रहस्य को जानना। प्रयोग - कपटी लोगों का अंतर पाना बड़ा कठिन होता है। 

 6. अन्धा बनना = विवेकहीन बनना - धन पाकर मनुष्य अन्धा बन जाता है। 

7. अठखेलियाँ करना = हँसी उड़ाना। प्रयोग - भूख के समय अठखेलियाँ करना नहीं सुहाता। 

8. अण्डे का शाहजादा = अनुभवहीन। प्रयोग - मोहन सटीक अण्डे का शाहजादा है।

 9. अच्छे दिन आना = सौभाग्य लौटना। प्रयोग कभी - कभी घूरे के भी अच्छे दिन आते हैं। 

10. आँख उठाना = बुरी नजर से देखना। प्रयोग - देश पर आँख उठाने वालों को क्षमा करना नादानी है।

11. आँख में खटकना = नापसन्द करना। प्रयोग - भारत का विकास पाकिस्तान की आँखों में खटकता रहता है। 

12. आँचल पसारना = भीख माँगना। प्रयोग - माँ ने बच्चे की बीमारी पर भगवान से आँचल पसारकर भीख माँगी। 

 13. आँखें गढ़ाना = लोभ से देखना प्रयोग - बच्चे की मिठाई पर आँख गढ़ा रहे हैं।

 14. आसमान पर चढ़ाना = खुद की तारीफ करना। प्रयोग - राम ने मोहन से कहा मुझे आसमान पर मत चढ़ाओ, मैं अपनी स्थिति बहुत समझता हूँ।


 15. कपड़े का शप होना = विश्वासघात करना। प्रयोग - जयचन्द्र पृथ्वीराज के लिए जूते का साप सिद्ध हुआ था।


 16. आवाज उठाना = विरोध करना। प्रयोग - अत्याचारी शासन के विरोध में जनता की आवाज़ उठती नहीं है। 

 आटे पल्स का भाव मालूम होना = कष्ट का अनुभव होना।


 18. आकाश टूटना पड़ना = एक एक विपत्ति आना। प्रयोग बाढ़ के अकस्मात आने से ग्रामवासियों पर आसमान टूट गया।

 19. आग बबूला होना = बहुत क्रोधित होना। प्रयोग अपमान से मनुष्य आग बबूला हो उठता है।

 20. आग पर घी डालना = क्रोध को भड़काना। प्रयोग - लक्ष्मण की बातों पर परशुराम के स्वभाव में आग पर घी डालने का काम किया।

 21. आँखें रात में काटना = रात भर जागना। प्रयोग - गाँधीजी की मृत्यु पर देशवासियों ने आँखों में रात काटी थी। 

22. आँखों में खून उतर आना = बहुत नाराज होना। प्रयोग - शत्रु को देखकर आँखों में खून उतरना आता है।

 23. आँखों में फिरना = याद आना। प्रयोग - एकान्त में मनुष्य की आँखों में बचपन फिर से लगता है।

 24. आसन डोलना = अस्थिर होना। प्रयोग - पाप के बढ़ने से धरा का आसन डोलने लगता है।

 25. आठ ई   आंसू रोना = पछताना। प्रयोग कैकेयी; राजा दशरथ के मरने पर आठ - आठ आँसू बहाती रही।

 

 26. आँचल में बाँधना = पास रखना। प्रयोग - माँ अपने बच्चे को आंचल में बाँधे फिरती है।

 27. इस कान से सुनना, उस कान से उड़ाना = ध्यान न देना।प्रयोग - लापरवाह बच्चे इस कान से सुनते हैं, कि कान से उड़ा देते हैं।

28. इधर - उधर की हाँकना = व्यर्थ की बातें करनाकुछ छात्र अध्ययनों का प्रयोग करें।

29. इज्जत पर पानी फेरना = राजस्व नष्ट कर देना। प्रयोग - राम ने थोंस के साथ अपने पिता की इज्जत पर पानी फेर दिया।

30. इरत की दुनिया उधर होना = असम्भव होना। प्रयोग - राम ने कहा कि चाहे इधर की दुनिया उधर हो जाए, पर मैं नकल नहीं करूंगा।


31.ईद का चाँद होना = कठिनाई से दिखाई पड़ना।  प्रयोग - आजकल तो रमेश ईद का चाँद हो गया, दिखाई ही नहीं पड़ता।


32.ईट का उत्तर पत्थर से देना = अनुकूल उत्तर देना। प्रयोग भारत ने पाकिस्तान को ईंट का जवाब पत्थर से दिया। 


33. कलम तोड़ना = अच्छा लिखना। प्रयोग - मोहन की लिखाई देखकर उसकी सहेली ने कहा - तुम तो पेंसिल तोड़ दी है। 

34 कमर टूटना = डर होना। प्रयोग इस पुराने में काम करते -करते कमर टूटने लगी है।


35. कमर सीधी करना = आराम करना। प्रयोग खेत पर से आया नौकर कमर सीधी कर रहा था कि मालिक ने आवाज दी 



36. कसौटी पर कसना = खरा उतरना। प्रयोग राणा प्रताप राष्ट्र सेवा की कसौटी पर कसे हुए थे।



37. कसक होना - पीड़ा होना। प्रयोग - मित्र के जल जाने से राम के हृदय में कसक उत्पन्न हो उठी।

कलेजा मुँह को आना = प्रयोग - शेर देखता ही शिकारी का कलेजा मुँह को आ गया।

 39. कलेजा ठण्डा होना = सन्तुष्ट होना। प्रयोग गर्मी में ठण्डा पानी मिलने पर कलेजा ठण्डा हो जाता है।

 40. कलेजे पर साँप लोटना ईर्ष्या होना। प्रयोग - राम की उन्नति देखकर गोपाल के कलेजे पर साँप लोटने लगा।

41 कान खड़े होना = सतर्क होना, चौकन्ना होना। प्रयोग - रात के सन्नाटे में चोरों की खुसुर - पुसुर सुनकर मोहन के कान खड़े हो गए।

42. कान का बिना होना विचारे किसी की बात पर विश्वास कर लेना।  प्रयोग - कान के कच्चे अधिकारी से न्याय की आशा करना सार्थक है।

43. कमर टूटना = बहुत दुःख आ पड़ना। प्रयोग - फैक्ट्री में आग लग जाने से महावीर की कमर टूट गई।

44. खाक छानना = मारे - मारे फिरना, दर - दर भटकनाप्रयोग - रमेश दो विषयों में एम.ए. करने के बाद भी मारा - मारा फिरता है। 

४५। खेत रहना = मारा जाना। प्रयोग - पुलिस से मुठभेड़ होने पर कईबार खेत रहे।

46. ​​गागर में सागर भरना = थोड़े शब्दों में बहुत कुछ कह देना। प्रयोग - बिहारी ने अपने दोहों में गगर में सागर भर दिया। 

47. गूलर का फूल होना = लापता होना। प्रयोग - वह तो गूलर का फूल हो गया, उसके बारे में कुछ बता पाना कठिन है।

48. ग्राम गोबर होना = काम खराब होना। प्रयोग - विवाहोत्सव में आँधी ने चलकर सारा ग्राम गोबर कर दिया। 


49. घाट - घाट का पानी पीना = अनुभवी होना। प्रयोग - रमेश से वाद - विवाद मत किया करो, अरे! वह तो घाट - घाट का पानी पी चुका है।

50. घोड़ों का सोना = निश्चित सोना। प्रयोग - लड़की की शादी करके पिता ऐसे सो जाता है, जैसे घोड़े बेचकर सो गया हो। 

51. चौपट करना = नष्ट करना। प्रयोग जरा - सी असावधानी ने सारा काम चौपट कर दिया।

52. छाती पर साँप लोटना = ईर्ष्या से जलना। प्रयोग - किशन की सफलता की सुनकर विरोधियों की छाती पर साँप लोट गया। 

51  जौहर दिखाना = अपनी विशेषता का प्रदर्शन करना। प्रयोग - स्वतन्त्र भारत में नवयुवकों को जौहर दिखाने का अवसर प्राप्त हुआ है।

54. जान हथेली पर रखना = मृत्यु कींजता न करना। प्रयोग - फैक्ट्री में आग लग जाने पर एक श्रमिक ने जान हथेली पर रखकर बीसियों लोगों को बाहर निकाला। 

55. टेढ़ी खीर = कड़ी मेहनत। प्रयोग - आजकल नौकरी मिलना टेढ़ी खीर है। 

56 दिन फिरना = अच्छा समय आना।  प्रयोग - राम ने बड़े दुःख उठाने वाले, अब इंजीनियर हो गए हैं, अब तो उसके दिन फिर गए। 


57. धाक जमाना = प्रभाव डालना, रंग जमाना। प्रयोग - नया दरोगा क्षेत्र में अपनी धाक जमाना चाहता है।

58. नमक - मिर्च मिलाना = बात को उठाना - चढ़ाकर कहनाप्रयोग - कुछ लोगों की इस्तेमाल की गई नमक - मिर्च सहित बात को कहने की होती है।

59. नमक - खाना = आश्रित होना, अहसानमन्द होनाप्रयोग - मालिक, मैंने आपका नमक खाया है, मैं आपके साथ नमक हरामी नहीं करूँगा

60. बाल - बाल बचना = बहुत कम अन्तर से किसी भी दुर्घटना से बच जाना। प्रयोग - वह मोटर साइकिल की टक्कर से बाल - बाल बच गया। 

61. मुँह फुलाना = अप्रसन्न हो जाना या असंतुष्ट होकर रोश की मुद्रा धारण करना। प्रयोग - सुनीता हमेशा मुँह फुलाए रहती है। 

62 चिकना घड़ा = निर्मल होना। प्रयोग - श्याम को समझाना व्यर्थ है, वह तो चिकना घड़ा है।

63. भीगी बिल्ली = भय या आशंका से डरकर छिपना। प्रयोग - आचार्य जी के देखकर अनुशासनहीन छात्र भीगी बिल्ली बन जाते हैं। 


64 छक्के छुड़ाना = परजित करना। प्रयोग - हमारे मेगा सैनिकों ने कारगिल में पाकिस्तानियों के छक्के छुड़ाए।

65. रंगा सियार कपटपूर्ण व्यवहार करने वाला। प्रयोग - मोहन तुम रमेश को नहीं पता। अरे! वह तो रंगा सियार है। 

66. अन्ये की लकड़ी - एकमात्र सहारा।  प्रयोग - श्याम अपने माता - पिता की अन्धे की लकड़ी है।

67. कमर कसना- पूर्ण रूप से तैयार होना। प्रयोग - परिस्थितियाँ से जूझने के लिए हमें कमर कसकर तैयार रहना चाहिए। 

68. आँखें फेर लेना - बदल जाना। प्रयोग - स्वार्थी लोग आत्म (मीन) पूरा हो जाने के बाद आँखों फेर लेते हैं। 


69. आँखों का तारा - सबसे अधिक प्रिय। प्रयोग - श्रीकृष्ण माता यशोदा की आँखों के तारे थे। 

70 कान भरना = चुगली करना। प्रयोग - रमेश ने मेरे विरुद्ध प्राचार्य जी के कान भरकर मुझ पर पाँच रुपये का करवा दिया।

71. खून सूखना - भयभीत होना, बहुत डर लगना। प्रयोग- डाकुओं की सुनकर लोगों का खून सूख जाता है। 

72. बाग - बाग होना - खुश होना। प्रयोग - परदेश से मुझको आते देखकर घर के लोग बाग - बाग हो गए। 

73. औने - पौने करना - मूल्य से कम में ही बेच देना। प्रयोग - कर्ज चुकाने के लिए महेश ने अपनी दुकान का सामान औने - पौने में विक्री कर दिया। 

74. आधि शास्त्र का होना- कम बुद्धि का होना। प्रयोग हमारी कालोनी में गुप्ता जी   आधिशान के हैं। 

75. अग्नि परीक्षा = विकट परीक्षा।  प्रयोग - पी.एम.टी. की प्रवेश परीक्षा अग्नि परीक्षा के समान है।


76 = बहुत दिनों बाद दिखाई देना- ईद का चाँद होना। प्रयोग प्रभाकर जी आप तो ईद का चाँद हो गए, दिखाई ही नहीं देते।


77. काया मोड़ करना = आमूल परिवर्तन करना देना। प्रयोग - प्रमोद जी ने प्रबन्धक बनते ही महाविद्यालय की काया पलट दी। 


78. गुदड़ी का लाल = गरीब होते हुए भी कल्याण हो। प्रयोग - लाल बाग शास्त्री वास्तव में गुदड़ी के लाल थे।


79. जी - चुराना = मन न लगना। प्रयोग - सोहन अध्ययन से जी चुराने लगा है।


80. पौधा बोना = लाभ होना। प्रयोग - सरसों की कमी से तेल मिल वालों के पौधे बारह हो गए।


81. लकीर पीटना = पुरानी परम्पराओं को आपाना। प्रयोग - अब लकीर पीटना को छोड़कर, बुद्धि से काम लो। 


82. हाथ धो बैठना = खो देना। प्रयोग - रमेश तुम्हारी हँसी - हँसी में मैं अपनी किताब से हाथ धो बैठा। 


83. दिन फिरना = अच्छा समय आना। प्रयोग - नौकरी लग जाने से सोहन के परिवार के दिन फिर गए हैं।

.84  भीगी - बिल्ली होना = भय या आशंका से डरकर छिपना। प्रयोग - प्रधानाचार्य को देखते ही उद्दण्ड छात्र भीगी बिल्ली बन जाते हैं। 


85. झख मारना व्यर्थ समय नष्ट करना। प्रयोग यहाँ बैठकर झख क्यों मारा जा रहा है, जाओ और कुछ काम करो।


86. धाक जमाना प्रभाव जमाना, प्रभावित करना। प्रयोग - सच बोलकर राम ने अपनी दुकान की धाक जमा दी है 


87. मैदान मारना = सफलता प्राप्त करना। प्रयोग  रात - दिन लगन से पढ़ाई करके दिनेश ने बोर्ड परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त कर मैदान मार लिया।


88 ईंट से ईंट बजाना - नष्ट कर देना।  प्रयोग - मानसिंह ने राणा प्रताप से कहा, मैं मेवाड़ का ईंट से ईंट बाजा दूंगा। 


89.हवाईर्ट्स मेकिंग - कोरी कल्पना करना। प्रयोग - आप केवल बैठे - बैठे हवाई अड्डे बना रहे हैं, इनसे कोई लाभ नहीं है।