नमस्कार दोस्तों  मेरा नाम सूरज कुमार यादव है वर्तमान समय में मैं B.A FAINEl year का एक student हूं दोस्तों आज मैं आप लोगों के साथ अपने लाईफ में घटे प्यार के किस्से शेयर करने वाला हूं दोस्तों अगर आप इस पोस्ट में आ ही गए हो तो पोस्ट अंत तक पढ़ कर ही जाऐ हों सकता है आपको मेरे प्यार की कहानी अच्छी लग जाऐ इसी बहाने आपका मनोरंजन भी हो जाएगा अगर आपका ख़ाली समय हों तो , दोस्तों यह blogg मेरा एक prosnal blogg है जिसका नाम है knowledge book जिसमें मैं सभी तरह के पोस्ट लिखता हूं सोचा आज क्यो ना अपने जीवन के कुछ पल को पोस्ट के रूप में लोगों के साथ शेयर करूं  तो दोस्तों चलिए हम चलते हैं अपने प्यार की कहानी कि ओर
















दोस्तों बात उन दिनों कि है जब मैं 12 साल का था और मै 7th class में था 6th class तक मैं किसी दूसरे, school में पढ़ा था और 7th class में मेरा दूसरे school में admission हूआ था जब मैं first time class में गया तो सब मुझे अजिब नज़रों से देखने लगे जैसे कोई दुसरे ग्रह का प्राणी आ गया हों सब ब्रेन्च फुल थे मैंने सब से कहा मूझे भी जगह दो सामने वालो ने मेरा मज़ाक उड़ा दिया लेकिन पिछे बैठे लड़कों ने मुझे बुलाया और बिठाया आप लोग जानते  ही होंगे पिछे ब्रेन्च पर किनका कब्जा रहता है ठिक है उनसे मेरी दोस्ती हों गई और मैं उन्ही सभी के साथ रहने लगा थोड़ी दिन बाद मैं class और स्कुल दोनों जगहों पर सभी से घुल मिल गया इसी बीच मेरी दोस्ती एक लड़की से हूई दोस्ती होने के बाद वो रोज़ मेरे लिए कुछ ना कुछ लेकर जरूर आतीं थी वक्त के साथ दोस्ती और बढ़ने लगी वो टाॅफी खा रहीं होती तो अपने मुंह से निकालकर वो टाॅफी  मेरे मुंह में दे देती अगर मैं खा रहा होता तो मुझसे  खुद ले लेती मुझे समझ नहीं आ रहा था ये हों क्या रहा है फिर हम एक दूसरे का इंतेज़ार भी करने लगे मैं school लेट पहोचता वो मेरा इंतजार करते रहती वो कभी कभी लेट पहोचती मैं इंतजार करता रहता हम दोनों अब एक दूसरे कि केयर करने लगे थे देखते ही देखते हमारा फाइनल exame भी चालू हो गया अब मैं उदास रहने लगा क्योंकि लास्ट exame के बाद गर्मी छुट्टी जो हों जाता  उससे दूर जाने का डर मुझे सताने लगा फिर मैंने उसे प्रपोज करने का सोचा प्रपोस करने का तो सोच लिया था लेकिन डर भी बहोत लग रहा था कि कहीं प्यार के चक्कर में दोस्ती ना टुट जाऐ डर के मारे मैं प्रपोज ही नहीं कर पा रहा था लास्ट exam के दिन मैंने उसे प्रपोज करने का सोच लिया किसी भी हाल में फिर मैंने उसे प्रपोज करने के लिए एक दीदी को कहा जो मेरे से आगे class में पड़ती थी उसने उसे प्रपोज कर दिया लेकिन मुझे उसका जवाब नहीं मिला था exam खत्म हो चुका था और पेपर चेक करना शुरू हो गया था फिर मैं जवाब सूनने के लिए school चला गया वो भी स्कुल आ गई लेकिन रोज़ की तरह वो मेरे पास नहीं आई बल्कि दूर रहने लगीं पास से उसे देखने वालीं मेंरी निगाहें आज उसे दुर से तकने लगी कुछ देर बाद उसने मुझे आवाज लगाई सुरज इधर आओ मां कसम मैं वही खड़े खड़े पसीने से लथपथ हो गया फिर हिम्मत करके उसके पास गया पास पहोचा तों उसने बोला तूमने उस दीदी को मुझे क्या बोलने को बोला था मेरे मुंह से आवाज नहीं निकल रहा था फिर भी मैंने हिम्मत करके बोला कि मैं तूमसे प्यार करता हूं बस यही बोलाथा बोलकर मैं वहां से बिना जवाब सुने चला गया फिर मैं सर पेपर चेक कर रहे थे वहां उनके बगल में खड़े होकर पेपर देखने लगा फिर वो मेरे पिछे आकर खड़ी हो गई  फिर वो मेरे कपड़े पर कुछ करने लगी मैं तो पहले से डरा हुआ था  इसलिए मैं डर के मारे कुछ नहीं बोला फिर वो सामने वाले ब्रेन्च पर जाकर बैठ गई  और मुझे बोहोत प्यार से कुछ इसारा करने लगीं लेकिन मैं उसका इंसारा समझ नहीं पा रहा था तभी मेरे पिछे एक लड़का आया उसने बोला तेरे ड्रेस में क्या लिखा है  मैं खाली class में गया और कपड़ा उतार कर देखा तो पता चला उसमें i love you लिखा था फिर क्या था हम दोनों के प्यार के चक्कर शूरू हों गऐ और प्यार के चर्चे भी जो कि आम बात है















फिर हम 8th class में पहोंच गऐ लेकिन प्यार की filing बहोत अजीब होता है यार वो नजरो से दूर हों तो कुछ अच्छा नहीं लगता अजिब सा लगता है लेकिन वो पास आ जाए तो दिल ❤️ ऐसा धड़कने लगता है कि पुछो मत लाखों कि भिड़ में वो पास हो तो भी उसकी निगाहें देखकर उसे पहचाना जा सकता है भले ही वो नकाब में ही क्यों ना हो प्यार हो जाता है तो अपने महबूब की हर एक अदा अच्छी लगती हैं उसका चलना उसके होंठ उसके बाल उसकि आंखें हर एक चिज़ अच्छी लगती हैं ऐसा मेरे साथ भी होता था मैं उसकी हर अदा से प्यार करता था हजारों की भीड़ में वो होती थी नकाब में फिर भी मैं उसकी आंख देखकर और उसकी अदा से उसे पहचान लेता था और सबसे बड़ी बात ये है कि अगर वो मेरे आश पास होती थी तों मेरा ❤️ दिल अजिब सा धड़कता था ना जाने कैसा कनेक्सन था खैर जो भी था अच्छा था  ये तो हुई प्यार में मुझे कैसा फिल होता था  अब कहानी में और आगे बढ़ते हैं फिर हमने 8th class भी पास कर लिया 8th class के लास्ट समय में मैंने उसे class में एक ब्रेसलेट गिफ्ट किया जिसे देते टाईम मुझे एक लड़की ने देखा था उसने मुझसे पूछा कि तुमने अपनी gf को क्या दिया मैं बोला कुछ नहीं दिया फिर मेरी gf वो ब्रेसलेट को अपने बैंग से निकल कर देख रही थी तो उससे वो छिनके उस लड़की ने लेजाकर प्रिंसिपल को दे दिया फिर मुझे प्रिंसिपल ने रूम में बुलाया और बहोत पिटा मजनु था भाई प्यार में लात घुसे तो पड़ने ही थे  फ़िर हम दोनों का breakup हो गया अब हम 9th class में आ गऐ














9 th class हमारा breakup में ही गुजरा 9th से हम 10 th में आ गए और पूराने दिन सब भूल गए थें बचपन का प्यार था कब तक दुर रहती वो फिर मुझसे बात करने लगी और एक दिन उसने मुझे प्रपोज कर दिया फिर क्या था वो पहले से काफी बड़ी हो चूकी थी और बम भी लगने लगी थी मैंने उसकी आंख में देखा और होट को देखा फिर उसके होटों को जबरजस्त किस किया अब हम दोनों में कभी लड़ाई कभी झगड़ा कभी brecup  चलने लगा फिर 10 th class का exam आ गया वो फ़ैल हो गई मैं पास हों गया फिर मैं 11 th class और वो 10th class में जब भी उससे मिलने का दिल करता मैं सिधे  उसकेclass में जाता और बात करता किस करता और चला आता क्योक मैं 11 th class पहोंच चूका था और school में सिन्यर कि लिस्ट में था उसको मुझसे मिलने का मन करता तो वो मुझसे मिलने के लिए मेंरे
Class के सामने फ्रिजर लगा था जहां  पानी पीने आ जाती थी उसे देखकर मैं भी class से बाहर आ जाता  और उससे मिल लेता था दिन ब दिन वो बड़ी होती जा रही थी और सूदर भी फिर मैं किस करता उसके होंठ पर और उसके बाद वो अपने class और मैं अपने class चला जाता इस तरह फिर उसके 10th का exame आ गया और उन लोगों कि एक महीने पहले घर में रहकर पढ़ाई करने के लिए छूट्टी हों गई हम लोगों का class लग रहा था उसके बीना  school सूना लगने लगा उसे देखने के लिए मैं तरसने लगा मैं स्कुल के उस हर जगह पे जाता जहां मैंने और उसने वक्त बीताया था और उस जगह को देखकर फुट फुट के रोता था लेकिन मेरे दोस्तों ने मुझे सम्हाला
फिर हम लोगों का पेपर शूरू हों गया और फिर हम लोगों ने पेपर दिलाया उधर वो भी अपने परिक्षा सेंटर में परिक्षा दिला चुकि थी फिर रिजल्ट घोषित हुआ वो 10th से 11th class पहोंच गई और मैं 11 से 12 th वो मुझसे बात नहीं कर रही थी क्योंकि उसने मुझे परिक्षा सेंटर मिलने को बुलाया था और मैं नहीं गया क्योंकि उसे परिक्षा सेंटर उसके पापा लेकर जाते थे फ़िर हम दोनों के बीच breakup हो गया  और मैं एक हफ्ते तक School नहीं गया एक हफ्ते बाद जब स्कुल गया तो वो मेरे पास आई और बोली i love you और होट को कस के किस किया  12 th में  सबसे सिनियर हो चूका था इसलिए जब भी ख़ाली प्रेड होता मैं उससे मिलने उसके class चला जाता  और उसके ब्रेच पर मैं और वो एक दूसरे से प्यार कि बातें करते बठे रहते और जब भी उसे  किस करने का मन करता तो मैं उसे किस कर लेता अब मेरे जूनियर लोग उसे भाभी जी कहने लगे थे










School में हमारा love फेमस हो गया था अगर ब्रेकअप होता तो कोई ना कोई हमारा पैचअप करा हि देता था मिलने का भी कोई टेन्सन नहीं था सर मैडम के बाद school के सर मैडम हम ही थे इसलिए जूनियर भी हमारा काम कर देते थे बहोत इश्क फरमाया लेकिन दोस्तों इश्क के बाद जूदाई भी आता है अब मेरे भी दिन आने वाले थे और वो आ गया हम लोगों के exame के रूप में लेकिन हम लोग 12 th में थे तो हम लोगों का विदाई समारोह होना था और विदाई समारोह का दिन आया  हम सभी 12 th के students एक साथ shcool पहोंचे वहां हमारा भव्य स्वागत हुआं और हम सब स्कुल के अंदर गए  मेरी निगाहें उसे ही ढूंढ रही थी लास्ट दिन था मैं उसे जी भर के देखना चाहता था फिर वो मुझे नज़र आई मैं उसे इसरा करने लगा लेकिन वो पास आ ही नहीं रहीं थीं फिर मैं अकेलेclass में जाके रोने लगा मेरे class के friends मेरे बारे में सब कुछ जानते थे जो मेरे best friend थे उन्होंने मेरा सक्ल देखकर पहचान लिया था कि मैं उदास हूं फिर वो लोग मैं रो रहा था उस class में आए और उन्होंने मुझे सम्हाला और उसे बुलाया फिर मैं उसे गले लगाकर रोने लगा हम दोनों और मेरे सभी दोस्तों ने उस दिन को एक साथ बिताया हम लोगों ने  उस बिच विदाई समारोह में बहोत कुछ किया  मैंने उसके लिए एक गाना गाया था भुला देना मुझे है अलविदा तूझे इसके साथ साथ हम दोनों ने Dj पर एक साथ डांस भी किया और जब सब लोग डिजे में नाच रहे थे तो हम दोनों एक दूसरे को किस कर रहे थे और गले लगे हुए थे क्योंकि वहां पर हम सब students ही थे सर और मैडम लोग जा चुके थे










फिर मैं वो और मेरे दोस्तों सभी ने एक साथ खाना खाया कभी वो मुझे खाना खिलाती कभी मैं उसे खाना खिलाता दोस्तों के साथ भी उतना ही प्यार का नाता था कभी दोस्त हमें अपने हाथों से खिलाते और कभी हम अपने हाथ से दोस्तो को खिलाते  फिर स्कुल से जाने का समय आ गया  फिर मैंने उसे गले लगाकर किस किया और बोला ख्याल रखना अपना वो रोने लगी मैं भी रोने लगा फिर हम दोनों और सारे दोस्त school से बाहर निकले मैं बाइक पर आया था इसलिए मैं अपने बाईक पर उदास चेहरा लेकर बैठ गया वो अपने घर के लिए चलने लगी मैं भी थोड़ा दुर गया और बाईक खड़ा करके सड़क पर खड़ा हो गया वो अपने घर के तरफ पैदल जा रही थी और मुझे पलक पलट कर नम आंखों से देख रही थी इधर मैं भी नम आंखों से उसे खड़े होकर देख रहा था नज़रों ने जहा तक मेंरा साथ दिया मैंने उसे देखा और उसने भी मुझे देखा फिर मैं अपने घर आ गया और बिस्तर में लेटकर खुब रोया मन को तसल्ली देता और रोते रहता फिर मैंने 12 th का exam दिया और 12 th पास कर लिया





12 th पास करने के बाद मैं collage पहोंच गया और वो 12th class पहोंच गई मैं स्कूल के रास्ते से उसके गांव होते हुए college जाता था तो कभी कभी उसे दूर से देख लेता था वो भी मुझे देख लेती थी लेकिन बात नहीं हो पाता था उसी स्कुल में मेरी बड़ी मां कि बेटी ने 9th class में admission लिया था जो कि उसीके गांव कि हि थी  एक स्कुल में  थीं तो दोनों फ्रेंड बन चूकी थी और उसने मेरी बहन को मेरे और अपने बारे में सब कुछ बताया था फिर मैं मेरी बहन के घर जाता और उसने मेरे बारे में क्या क्या बोला ये पुछता और मैं कुछ बोलता उसे मेरी बहन स्कुल में जाकर उसे बताती थी उसी कि मदत से एक दो बार उससे मिलने मैं स्कुल भी गया  लेकिन यहां से भी दाना पानी उठने वाला था कुछ दिन बाद उसके 12th का exam हो गया और उसने 12th पास कर लिया और मैंने अपना first year पास कर लिया  फिर हम दोनों में कनेक्सन पुरी तरह टुट गया















फिर वो कुछ दिन बाद मेरे college में ek paraivet student के रुप में परीक्षा देने पहोंची अचानक वो मुझे नज़र आ गई और मैं उसे फिर वो कुछ लड़कियों के पास जाकर खड़ी हो गई और मैंने उसे जाकर पुछा की क्या तूम मुझसे आज भी प्यार करती हों  तो उसने बोला नहीं फिर मेरा दिल ❤️ टुट गया और मैं घर आकर बहोत रोया  बाद में दोस्तों से पता करने पर पता चला वो  अब किसी और से प्यार करती है ये जानते ही मैंने उसके फोटो जो मेरे मोबाइल फोन में कितने सालों से रखा था उसे डिलिट कर दिया उसके और मेरे प्यार की कुछ निशानियां थी जो बहोत दिनों से मेरे पास था मैंने उसे जला दिया मैंने आज भी उसके लिए दूआ है कि वो जहां रहे सलामत रहे खुशहाल रहे  भले ही वो आज किसी और कि है लेकिन वो पल भी कमाल का था जब वो मेरे थे और वो पहला प्यार भी मेरा था






   
                        ❤️                     story by 
                           Suraj Kumar Yadav  ❤️